जीरो फीस, साथ में देते हैं डिस्काउंट, फिर कैसे कमाई करते हैं क्रेडिट कार्ड वाले
नई दिल्ली. देश में क्रेडिट का चलन बढ़ता जा रहा है. क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली कंपनियों कस्टमर्स को लुभाने के लिए अपने क्रेडिट कार्ड पर तरह-तरह के ऑफर्स लाती हैं. कई कंपनियां आपको लाइफटाइम फ्री क्रेडिट कार्ड (Lifetime Free Credit Cards) देती हैं. लाइफटाइम फ्री कार्ड में ग्राहकों को कोई जॉइनिंग फीस या एनुअल फीस नहीं लगती है. इसके अलावा कार्ड कंपनियां ग्राहकों को समय-समय पर डिस्काउंट भी देती है. क्रेडिट कार्ड के बकाए का पेमेंट आमतौर पर 45-50 दिन बाद तक देना होता है. इस तरह ग्राहकों को 45-50 दिन तक इंटरेस्ट फ्री पीरियड भी मिल जाता है.
कुछ क्रेडिट कार्ड पर तो एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस और रेलवे स्टेशन का लाउंज एक्सेस भी दिया जाता है. ऐसे में सवाल उठता है कि जब क्रेडिट कार्ड कंपनियां सब कुछ मुफ्त में ही दे रही हैं तो उनकी कमाई कैसे होती है? आइए जानते हैं कि कंपनियां इन सभी खर्चों की भरपाई कैसे करती है और बिजनेस मॉडल क्या है?
ब्याज और पेनल्टी से होती है मोटी कमाई
कई यूजर्स अपने क्रेडिट कार्ड का बिल ड्यू डेट तक नहीं चुका पाते हैं, जिससे उस पर ब्याज और पेनल्टी लगाई जाती है. इसके अलावा ईएमआई पर शॉपिंग करने पर कंपनियां ग्राहकों से चार्ड वसूल करती है.
